Paddy Purchase: देश के अलग अलग स्टेट में धान खरीद की कार्रवाई चल रही है. छत्तीसगढ़ में एक नवंबर को सुबह में पूजा पाठ कर धान खरीद की कार्रवाई शुरू कर दी गई. छत्तीसगढ़ के सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने धान खरीदी का शुभारंभ किया. किसान सुबह से अलग अलग मंडियों में धान लेकर पहुंचे. धान बेचने की खुशी उनके चेहरे पर साफ झलक रही थी. उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो, इसका पूरा ख्याल रखा गया. जिला प्रशासन, एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट और धान खरीद केंद्र के अफसर-कर्मी अलर्ट मोड पर दिखे.
1.67 लाख नए किसानों का पंजीकरणछत्तीसगढ़ गवर्नमेंट का कहना है कि खेतों से दूरी बना रहे किसान अब वापस खेती की ओर लौटने लगे हैं. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एमएसपी पर धान धान बेचने के लिए राज्य में एक लाख 67 हजार से अधिक नए किसानों ने एकीकृत किसान पोर्टल पर पंजीकरण कराया है. इस साल 25 लाख 72 हजार किसानों ने धान बेचने के लिए पंजीकरण कराया है. प्रदेश सरकार ने किसानों से अधिक से अधिक पंजीकरण कराने की अपील की है.
इतनी MSP पर किसान बेच रहे धानस्टेट गवर्नमेंट का कहना है कि अधिकारियों को हिदायत दी गई है कि किसानों को धान बेचने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए. किसानों को केन्द्र में सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए. किसानों की मदद के लिए खरीद केंद्र में हेल्प डेस्क भी बना दी गई हैं. राज्य में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए 2497 खरीद केंद्र बनाएं गए हैं. इस साल किसानों से प्रति क्विंटल सामान्य धान 2040 रुपये और ग्रेड-ए धान 2060 रुपये एमएसपी पर खरीदा जाएगा.
घर बैठे भी किसान ले रहे टोकनकिसान को धान बेचने के लिए खरीद केंद्र पर जाकर टोकन लेना होता है. इस प्रक्रिया में काफी समय लग जाता है. स्टेट गवर्नमेंट ने टोकन तुहर हाथ ऐप लांच किया है. इसके जरिए घर बैठे ही किसानों को टोकन मिल सकेगा. टोकन से किसान आसानी से धान बेच सकेंगे. जो किसान पोर्टल से टोकन नहीं लेना चाहते हैं तो वह पुरानी व्यवस्था के अनुसार ही टोकन लेकर फसल बेच सकते हैं. राज्य में धान खरीद का लक्ष्य 110 लाख मीट्रिक टन रखा गया है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.