Organic Farming In UP: आजकल के सब्जी मार्केट में अनआर्गेनिक सब्जियों का बड़ा बाजार है. इसके पीछे वजह है कि अनआर्गेनिक खेती या फलों के उत्पादन में लागत कम आती है और टाइम भी कम लगता है. कैमिकल फर्टिलाइजर और अन्य की मदद से किसान साल में कई बार एक ही फसल का उत्पादन ले लेते हैं. लेकिन विशेषज्ञ अनआर्गेनिक खेती को सेहत के लिए खतरनाक बताते हैं. डॉक्टर भी आर्गेनिक सब्जी और फल खाने की ही सलाह देते हैं. इसके पीछे अनआर्गेनिक फूड से CANCER जैसी बीमारी होने का खतरा पैदा हो गया है. उत्तर प्रदेश में आर्गेनिक खेती को लेकर बड़ी पहल की गई है.
यूपी का पहला आर्गेनिक प्रॉडक्ट का मार्केट
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज स्थित मुंडेरा मंडी में संगम आर्गेनिक नाम से प्रदेश का पहला मार्केट स्थापित होगा. यह ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तर्ज पर काम करेगा. एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के अधिकारियों का कहना है कि इस मार्केट का फायदा यह होगा कि गंगा किनारे के 112 गांवों में 4000 किसानों द्वारा जैविक खेती से उगाई जा रही है. इसमें अलग-अलग तरह की सब्जियां, दलहन, तिलहन, ज्वार, बाजरा, अनाज और फलों शामिल हैं. इन किसानों को यूपी सरकार की ओर से आर्गेनिक खेती करने का सर्टिफिकेट भी मिला है. ये सभी किसान इस मार्केट में अपनी सब्जियां बेच सकेंगे. ववहीं आम पब्लिक एप के माध्यम से आनलाइन और आफलाइन खरीदारी कर सकेंगे. बाजार 15 नवंबर तक स्टार्ट होने की संभावना है.
किचन में पहुंचेगी फ्रेश सब्जी
अमूमन होता यह है कि किसान एक दिन पहले सब्जी काटता है. उसे अगले दिन सुबह में बेचने के लिए मंडी जाता है. मंडी से सब्जी बेचने वाले सब्जी लाते हैं और दिनभर सब्जी बेचते हैं. लेेकिन इस मार्केट की मदद से फ्रेश सब्जी लोगों के किचन तक पहुंचाने की कोशिश की जाएगी. इसकी थीम भी सब्जी खेत से रसोई तक रखी गई है. जैविक खेती करने वाले किसानों से संपर्क कर इस तरह की व्यवस्था की जाएगी कि आम पब्लिक को तुरंत ही फ्रेश सब्जी डिलीवर हो जाए. इसका ब्रांड नेम संगम जैविक रखा गया है.
सब्जियों का होगा क्लीनिकल टेस्ट
अधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, प्रयागराज में 3790 हेक्टेयर से अधिक भूमि पर आर्गेनिक खेती की जा रही है. मार्केट में आने वाली सब्जियों का क्लीनिकली स्टेटस क्या है. इसका टेस्ट भी अधिकारी कराएंगे. टेस्ट में सब्जियां पास होने पर उन्हें जैविक इंडिया का लोगो दे दिया जाएगा. इसके बाद किसान देश के किसी भी स्टेट में अपनी सब्जियां बेच सकेंगे. इसको लेकर एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट कई कंपनियों से बातचीत कर रहा है. जल्द ही इसको लेकर एमओयू पर हस्ताक्षर करा लिए जाएंगे.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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