Uttarakhand News: उत्तराखंड में बहुचर्चित फॉरेस्ट गार्ड (Forest Guard Recruitment) भर्ती नकल के मुकदमे से बरी कई अभ्यर्थियों के लिए नौकरी की राह खुल गई है. शासन से स्वीकृति मिलने के बाद उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (Uttarakhand Subordinate Service Selection Commission) ने उक्त अभ्यर्थियों को नियुक्ति से पहले दस्तावेजों के सत्यापन की औपचारिकता पूरी करने के लिए बुला लिया है. आयोग इस माह के अंत तक वन विभाग को उन्हें नियुक्ति देने की सिफारिश कर देगा. 


फॉरेस्ट गार्ड भर्ती में ब्लूटूथ से नकल करने का मामला सामने आने पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए 47 युवाओं को आरोपी बनाया था. इसमें से नौ अभ्यर्थी शारीरिक परीक्षा के बाद अंतिम मेरिट लिस्ट में शामिल होने में कामयाब रहे थे. आयोग ने नकल के आरोप के चलते इन अभ्यर्थियों के अलावा शेष को नियुक्ति दे दी थी.


इसके साथ ही सहायक अध्यापक एलटी, कनिष्ठ सहायक, आशु लिपिक, वाहन चालक, क्रमशाला अनुदेशक, मत्स्य निरीक्षक, मुख्य आरक्षी दूरसंचार की भर्ती पर आयोग को अपनी गठित कमेटी की जांच रिपोर्ट का इंतजार है. वहीं आयोग द्वारा गठित कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद ही इन परीक्षाओं को निरस्त करने का अंतिम फैसला लिया जाएगा. हालांकि शासन की ओर से आयोग को इन सभी भर्ती परीक्षाओं को रद्द करने का प्रस्ताव भेजा गया है लेकिन इसपर अंतिम फैसला आयोग को ही लेना है. इसलिए आयोग अपनी  गठित कमेटी का इंतजार कर रहा है. वहीं गिरफ्तार हुए और छूट रहे आरोपियों के बारे में आयोग कुछ नहीं कह सकता क्योंकि ये एसटीएफ का विषय है.


साथ ही उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव सुरेंद्र सिंह रावत ने यह भी बताया कि, उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग अब परीक्षा कराने के लिए पूरी तरह तैयार है. यदि शासन की ओर से उन्हें कोई प्रस्ताव भेजा जाता है तो वह उस परीक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार रहेंगे क्योंकि जो भी परीक्षाएं होने वाली हैं उनके अधियाचन लोक सेवा आयोग को भेजे गए हैं इसलिए अभी उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पर कोई अधियाचन नहीं है लेकिन शासन ने प्रस्ताव भेजा है तो परीक्षाओं के लिए सभी तैयारी पूरी है.


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