Farmers Scheme: किसान आपदाओं की मार झेल रहा है. इस खरीफ सीजन में बाढ़, बारिश और सूखे ने किसानों को खासा नुकसान पहुंचाया है. किसानों की करोड़ों रुपये की फसल बर्बाद हो गई है. किसान भी कंपनसेशन के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकारों से गुहार लगा रहा है. गवर्नमेंट भी अपने स्तर से किसानों की मदद कर रही हैं. केंद्र सरकार ने एफपीओ बनाकर किसानों को आर्थिक रूप से संपन्न करने की कोशिश की है. अब ऐसी ही पहल देश के एक छोर पर बसे राज्य स्तर से की गई है. यहां किसानों की खिदमत करने के लिए स्टेट गवर्नमेंट ने पहल की है. स्टेट गवर्नमेंट की पहल से किसान खुश है. उन्होंने राज्य सरकार की कवायद की सराहना की है
जम्मू कश्मीर में बने 2000 किसान खिदमत केंद्रजम्मू-कश्मीर में किसानों की मदद के लिए 2000 किसान खिदमत सेंटर बनाए गए हैं. राज्य सरकार के अधिकारियों का कहना है कि किसानों की मदद के लिए ही किसान खिदमत केंद्र बनाए गए हैं. यहां जो किसान आएगा. उसकी जो भी समस्याएं होंगी. उनका तत्काल निस्तारण किया जाएगा. इसके लिए सभी जिले के अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है.
इन केंद्रों में कैसे होगी किसानों की मददनाम से ही स्पष्ट है कि ये केंद्र किसानों की खिदमत यानि उनकी सम्मानजनक मदद के लिए बनाए गए हैं. यहां किसानों को लोन संबंधी परेशानी, बीज संबंधी दिक्कत, आपदा में फसली नुकसान और अन्य तरह की दिक्कत होने पर लाभ किसानों को मिलेगा. राज्य सरकार के अधिकारियों की कोशिश है कि किसानों की सभी समस्याओं का समाधान एक ही छत के नीचे किया जाए. इसी के मकसद से किसान खिदमत केंद्रो की स्थापना की गई है. सभी 2000 किसान खिदमत केंद्र चालू कर दिए गए हैं.
पीएम किसान समृद्धि केंद्र से भी मिल रही मदददेश में पीएम किसान समृद्धि केंद्र भी खुल रहे हैं. इनसे भी किसानों को मदद मिल रही है. अकेले यूपी में 66 पीएम किसान समृद्धि केंद्रों की स्थापना की गई है. यहां किसानों को अच्छी किस्म के बीज, खाद, उर्वरक, कीटनाशक, कृषि उपकरण और मिट्टी की जांच की सुविधा दी जा रही है. केंद्र सरकार की कोशिश की है कि राज्य सरकारों की मदद से किसानों की हर समस्या का निवारण हो. केंद्रों की मदद से मिट्टी की जांच और एक्सपर्ट्स की सलाह लेकर खेती करना और भी आसान हो जाएगा.
15 दिन में होगी किसान गोष्ठी प्रोग्रामकिसानों की मदद के लिए समृद्धि केंद्रों पर हर 15 दिन में किसान गोष्ठी प्रोग्राम भी चलाए जाएंगे. किसानों को ट्रेनिंग दी जाएगी. किसान खेती में आ रही परेशानियों का समाधान खुद से भी कर सकेंगे. पीएम किसान समृद्धि केंद्रों से उर्वरकों की कालाबाजारी रोकने में खास मदद मिलेगी. किसानों को आवश्यकता के हिसाब से फर्टिलाइजर और कीटनाशक मिल सकेंगे.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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