Tulip Gardening in Winter: ​स्विट्जरलैंड-नीदरलैंड में ट्यूलिप के सबसे बड़े गार्डन मौजूद हैं. हमारे भारत के सिरमौर कश्मीर में ट्यूलिप उगाए जाते हैं. ये कश्मीर की शान हैं. हर साल फरवरी में कश्मीर का ट्यूलिप गार्डन खुलता है, लेकिन अब वहां जाकर ट्यूलिप का मनोरम दृश्य देखना हर किसी की किस्मत में नहीं होता. अगर आप कश्मीर जाकर इनका लुफ्त नहीं ले सकते तो चिंता ना करें. अब घर पर बेहद आसानी से गमले में ही ट्यूलिप उगा सकते हैं. जो लोग गार्डनिंग के शौकीन होते हैं वो इन दिनों ट्यूलिप, डहेलिया, लिलियम और गुलाब के पौधे खूब लगाते हैं. आज के अपने आर्टिकल में हम आपको घर पर ट्यूलिप उगाने का सबसे आसान तरीका बताएंगे.


क्यों मशहूर हैं ट्यूलिप
पूरी दुनिया में ट्यूलिप की सैंकड़ों वैरायटी मिल जाएगी. ये रंग-बिरंगे फूल सर्दियों में उगाए जाते हैं, जिसके बाद बसंत से लेकर गर्मी की शुरुआत तक ये खूब खिलखिलाकर लोगों का ध्यान आकर्षित करते हैं. तुर्की और अफगानिस्तान में तो ट्यूलिप को राष्ट्रीय फूल का दर्ज मिला है. कई लोगों को ट्यूलिप का इतना क्रेज होता है कि ​स्विट्जरलैंड तक पहुंच जाते हैं. इसकी खूबसूरती और खुशबू इतनी खास है कि कई बॉलीवुड मूवी भी ट्यूलिप गार्डन में शूट की गई हैं. सूरजमुखी की तरह रोशनी की तरफ झुकना ही इन फूलों की फितरत है. जहां कहीं भी ये फूल मिल जाएं, मन मोह ही लेते हैं. अब आप इन्हें अपने गार्डन में भी लगा सकते हैं.


ट्यूलिप बल्ब खरीदें
ट्यूलिप के रंग-बिरंगे, खुशबूदार फूल उगाने के लिए आपको बाजार से या ऑनलाइन मार्केट से टयूलिप का बीज यानी बल्ब खरीदना होगा. इसका आकार लहसुन जितना ही होता है. बाजार में ये अलग-अलग दाम पर मिलते हैं. साधारण नर्सरी से खरीदेंगे तो 70 रुपये का एक बल्ब आता है. इसे खरीदने के बाद फ्रीज या ठंडी जगह पर रखना होगा, ताकि बुवाई के समय अंकुरण में आसानी रहे.


प्लांटर तैयार करें
ट्यूलिप के फूलों का लुफ्त उठाने के लिए एक गमले में एक ही बल्ब यानी ट्यूलिप का सीड लगाना चाहिए. इससे बल्ब को अच्छी ग्रोथ मिलती है. इसके लिए सबसे पहला प्लांट मिक्स तैयार कर लें.



  • ट्यूलिप उगाने के लिए गमले में रेतीली मिट्टी का इस्तेमाल करें. मिट्टी के साथ-साथ कोकोपीट, वर्मी कंपोस्ट और गोबर की खाद अच्छी तरह मिलाकर गमले में आधे से कुछ ज्यादा भर दें.

  • ट्यूलिप को छायादार जगह पर लगाएं. इस बीच मिट्टी ठंडी होनी चाहिए. इसके लिए रातभर गमले को छत या बालकनी में रखकर अगले दिन बुवाई कर सकते हैं.


प्लांटेशन करें 
ट्यूलिप के बल्ब में जहां से अंकुरण निकला हो, वो हिस्सा नीचे की तरफ रखें और गमले के बीचोंबीच रखकर अच्छी तरह से ढंक दें. एक बात का खास ध्यान रखें कि बुवाई से पहले मिट्टी में कुछ मॉइश्चर यानी नमी होनी चाहिए, जिससे पौधा बनने में आसानी हो.


ऐसे करें देखभाल
ट्यूलिप ठंड इलाकों का फूल है. नॉर्थ इंडिया में इसे सर्दियां आने पर लगा सकते हैं. ट्यूलिप बल्ब के साथ इसका प्लांटर तैयार करने के बाद इसे अपने घर की छत, बालकनी या गार्डन की छायादार जगह पर रखें.



  • अगर सप्ताह में एक बार बारिश होती है तो गमले को पानी ना दें. अगर बारिश नहीं रहती तो 7 दिन में एक बार स्प्रेयर से पानी लगा सकते हैं.

  • ट्यूलिप के फूल खिलने के लिए 12 से 14 सप्ताह का सर्द वातावरण चाहिए. जब फूल खिले 6 से 7 दिन हो जाएं तो इसकी पत्तियों को अलग कर दें.

  • कुछ समय बाद मौसम बदलने पर फूल मुरझाने लगते हैं, लेकिन इसका पौधा 12 महीने तक जिंदा रहता है.

  • अगर वातावरण में गर्मी के कारण फूल मुरझाने लगें तो आप पौदे को उखाड़कर जड़ में से बल्ब निकाल सकते हैं.

  • इस बल्ब को अगले साल के लिए फ्रिज में स्टोर किया जा सकता है. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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