Onion Export: भारत सरकार ने पिछले साल दिसंबर में प्याज के निर्यात पर रोक लगा दी थी. यह रोग 31 मार्च तक के लिए लगाई गई थी. लेकिन अब लोकसभा चुनाव की तारीखों के नजदीक आते ही सरकार ने ब्याज के निर्यात पर लगी इस रोग को बढ़ा दिया है. सरकार के फैसले को काफी सारे लोग लोकसभा से जोड़कर देख रहे हैं. लोगों का मानना है कि सरकार ने इसलिए प्याज के निर्यात पर रोक लगाई है कि चुनाव के वक्त प्याज की कीमत है उछाल ना लें. चलिए इससे क्या होगा जानते हैं और कब तक रहेगा सरकार का निर्यात पर प्रतिबंध. 


अनिश्चितकाल के बढ़ा लिए प्रतिबंध


भारत सरकार ने प्याज के निर्यात को लेकर 23 मार्च शनिवार को बहुत बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने दिसंबर में प्याज के निर्यात पर बैन लगाया था जो की अगले हफ्ते 31 मार्च को खत्म होने वाला था. लेकिन अब सरकार ने इसे अनिश्चितकाल तक के लिया कर दिया है. किसान अनुमान लगा रहे थे कि 31 मार्च के बाद सरकार निर्यात पर लगाई गई रोक को हटा देगी. जिससे उन्हें फायदा होगा. लेकिन सरकार के फैसले से किसानों पर बड़ा असर पड़ा है. किसानों में इस फैसले के बाद काफी निराशा है. 


काफी कम हुईं कीमतें


केन्द्र सरकार के इस फैसले से प्याज की खेती करने वाले किसानों को नुकसान हो सकता है. महाराष्ट्र में दिसंबर में जहां प्याज की कीमत है 4500 रुपये प्रति क्विंटल को छू चुकी थीं. फिलहाल वह 1200 रुपये प्रति क्विंटल आ चुकी हैं. बता दें कि भारत के पड़ोसी देश नेपाल मलेशिया बांग्लादेश और यूएई भारत से निर्यात हुई प्याज पर ज्यादा निर्भर रहते हैं. अब भारत सरकार के इस फैसले से इन देशों में प्याज की कीमतें उछाल ले सकती हैं.  


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