Strawberry Cultivation:  एग्रीकल्चर सेक्टर में लोगों की रुचि बढ़ती जा रही है. कभी सिर्फ किसानों तक सीमित खेती का काम आज दूसरे लोगों के लिए प्रेरणा बन रहा है. तब ही लोग अब अपनी आय बढ़ाने के लिए खेती-किसानी करने लगे हैं. महिलाएं भी अब कृषि-बागवानी से जुड़कर अपनी आय बढ़ा रही है और समाज में नारी सशक्तिकरण की मिसाल पेश कर रही हैं. मिर्जापुर की वंदना का नाम भी इन्हीं महिलाओं में शामिल हैं, जो आज किसानों के लिए भी रोल मॉडल बन रही हैं. वंदना ने यूट्यूब-गूगल पर वीडियो देखकर ही खेती सीखी है.


आज ड्रैगन फ्रूट और स्ट्रॉबेरी की खेती करके सालाना 5 लाख रुपये की आमदनी ले रही हैं. अपने नवाचारों और मेहनत के दम पर आज वंदना सिंह ने नाम, पैसा, शौहरत सभी कमा ली है. कुछ समय पहले ही मिर्जापुर की डीएम दिव्या मित्तल ने भी वंदना सिंह के प्रयासों की सराहना की है.


आधा एकड़ में हो रही खेती
मिर्जापुर की रहने वाली वंदना सिंह अपने गांव में आधा एकड़ जमीन पर ड्रैगन फ्रूट और स्ट्रॉबेरी की खेती कर रही हैं.  वंदना अपने घर को संभालते हुए इस काम से भी हर महीने हजारों रुपये की आमदनी ले रही हैं.


इस सफर की शुरुआत एक हाउसवाइफ के तौर पर हुई. काम से फ्री होकर वंदनाल अपने स्मार्ट फोन पर वीडियो देखा करती थी. वहीं से ड्रैगन फ्रूट और स्ट्रॉबेरी की खेती का आइडिया मिला. इस बारे में और अधिक जानकारी हासिल करने के लिए वंदना ने कृषि विभाग का रुख किया.


कृषि विभाग से तकनीकी मदद मिलने के बाद आधा एकड़ जमीन पर ड्रैगन फ्रूड की खेती चालू कर दी और एक ही साल में 5 लाख रुपये की इनकम हुई. जब ये खेती सफल हो गई तो स्ट्रॉबेरी और हल्दी उगाने का भी मन बानाया और इससे भी अच्छी पैदावार हासिल की.






खुद बनाती हैं अपने पौधे
ड्रैगन फ्रूट की खेती से अच्छा मुनाफा लेने के बाद अब वंदना सिंह ने अपने फार्म का विस्तार कर दिया है. अब वो ड्रैगन फ्रूट के पौधों की कटिंग से नर्सरी में पौधे भी तैयार कर रही हैं. ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए पत्थर के पिलर, लोहे के तार और गोबर की खाद का इस्तेमाल हो रहा है, हालांकि इस खेती से पहले-दूसरे साल कुछ खास मुनाफा नहीं हुआ, लेकिन तीसरे साल का मुनाफा सैंकड़ों से बढ़कर हजारों में पहुंच गया. वंदना बताती हैं कि आज नर्सरी में तैयार ड्रैगन फ्रूट के पौधे 50 रुपये में बिक रहे हैं. वहीं ड्रैगन फ्रूट के फलों को वाराणसी में 400 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर निर्यात किया जा रहा है.


घर के साथ संभालती हैं खेत-खलिहान
ड्रैगन फ्रूट से 5 लाख का मुनाफा लेने के बाद वंदना सिंह बताती हैं कि यूट्यूब के आइडिया और बागवानी विभाग की मदद से ही यह मुमकिन हो पाया है. ड्रैगन फ्रूट की खेती महिलाएं के लिए सबसे बेस्ट है, क्योंकि घर की जिम्मेदारी संभालने के साथ-साथ महिलाएं कुछ समय खेत-खलिहानों में काम करके अच्छा पैसा कमा सकती हैं और ड्रैगन फ्रूट की खेती तो दोगुना नहीं चौगुना कमाई का साधन है. आज वंदना सिंह के ड्रैगन फ्रूट की खेती में बेहतर प्रदर्शन के लिए कई सम्मान और पुरस्कार मिल चुके हैं. अब अतिरिक्त कमाई के लिए वंदना ने हल्दी की खेती की ओर भी रुख किया है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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