अमरावती में बेमौसम बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है. खेतों में खड़ी फसलें बर्बाद हो चुकी हैं, किसान मायूस हैं और आसमान से बरसी आफत ने जनजीवन को भी अस्त-व्यस्त कर दिया है. ऐसे में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने राहत की उम्मीद जगाई है. उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि जिन किसानों को नुकसान हुआ है, उन्हें हर हाल में 6 मई तक मुआवजा दिया जाए.

मुख्यमंत्री नायडू ने एक अहम बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि बेमौसम बारिश के कारण किसानों को जो नुकसान हुआ है उसका तत्काल आकलन किया जाए और एक भी प्रभावित किसान मुआवजे से वंचित न रह जाए. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा फसलों के नुकसान का मूल्यांकन तुरंत पूरा करें और मंगलवार शाम तक सभी पीड़ित किसानों को सरकारी सहायता राशि पहुंचा दी जाए.

इन्हें भी मिले जल्दी मुआवजा

रिपोर्ट्स के अनुसार नायडू ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि बिजली गिरने से जान गंवाने वाले आठ लोगों के परिवारों को भी अनुग्रह राशि तत्काल जारी की जाए. साथ ही बारिश के कारण मवेशियों की मौत पर भी जल्द से जल्द मुआवजा देने की बात कही गई.

रिपोर्टों के मुताबिक लगभग 2,224 हेक्टेयर में फैली धान और मक्का की फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं. इनमें सबसे अधिक प्रभावित जिले हैं- पश्चिम गोदावरी (1,033 हेक्टेयर), नांदयाल (641 हेक्टेयर), काकीनाडा (530 हेक्टेयर) और श्री सत्यसाई (20 हेक्टेयर).

सीएम ने दी सलाह

सीएम नायडू ने अधिकारियों को संभावित आगामी बारिश को देखते हुए विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी और अन्य प्रशासनिक अधिकारी समय रहते जनता को चेतावनी दें और जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा यदि मोबाइल अलर्ट न पहुंचे तो खुद गांव-गांव जाकर लोगों को सतर्क करें. आपदा की घड़ी में मानवीय दृष्टिकोण अपनाना जरूरी है.

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