Paddy Purchase: देश के अधिकांश राज्यों में धान खरीद चल रही है. काफी स्टेट में एक अक्टूबर से धान खरीद शुरू कर दी गई थी. वहीं कई स्टेटों ने 1 नवंबर से धान खरीद शुरू कर दी है. छत्तीसगढ़ में एक नवंबर से धान खरीद हो रही है. यहां किसान अपने वाहनों में भरकर धान मंडी ले जा रहे हैं. जिला प्रशासन, धान खरीद केंद्र अफसर सभी अलर्ट मोड पर हैं. किसी किसान को परेशानी नहीं होने दी जा रही है. छत्तीसगढ़ में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से ही धान खरीद के लिए टोकन दिया जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, स्टेट में किसान मंडी में सीधे जाकर ही टोकन ले रहे हैं. हालांकि स्टेट गवर्नमेंट ऑनलाइन मोड को बढ़ावा देने की भी भरसक कोशिश कर रही है. 
 
इतने टोकन किए गए जारी
धान खरीद का हर दिन का डाटा शासन स्तर पर भी जुटाया जा रहा है. स्टेट गवर्नमेंट ने किसानों को बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत 281.06 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं. खाद्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, बुधवार को धान बेचने वाले किसानों को 5724 टोकन जारी किए गए थे. इसके अलावा टोकन तुंहर हाथ ऐप से 356 टोकन जारी किए गए. गुरुवार को मंडी से 6504 व टोकन तुंहर हाथ से 505 टोकन जारी किए गए हैं. इस तरह दो दिन का कुल आंकड़ा देखें तो मंडी से 11778 टोकन और टोकन तुहर हाथ एप से 861 किसानों ने टोकन लेकर धान बेचा है. 


दो दिन में 14158 मीट्रिक टन धान खरीदा
प्रदेश में एक नवंबर से धान खरीद शुरू हो गई है. एक और दो नवंबर को एमएसपी पर अलग अलग जिलों में किसानों से MSP पर 14 हजार 158 मीट्रिक टन धान खरीदा जा चुका है. स्टेट गवर्नमेंट का कहना है कि प्रदेश में किसानों ने खेती की ओर रुख करना शुरू कर दिया है. इसी कारण खेती का रकबा भी बढ़ गया है. अब धान का रकबा बढ़कर 31.13 लाख हेक्टेयर हो गया है. इस वर्ष सरकार को 110 लाख मीट्रिक धान के उत्पादन होने की उम्मीद है. इसी हिसाब से स्टेट के खरीद केंद्रों में धान खरीद का लक्ष्य तय किया गया है. 


2 लाख नए किसानों ने कराया पंजीकरण
एमएसपी पर धान बेचने के लिए स्टेट गवर्नमेंट एकीकृत किसान पोर्टल चला रही है. अभी तक 25.93 लाख किसानों का एकीकृत किसान पोर्टल में पंजीकरण हो चुका है. जबकि इसमें नया पंजीकरण कराने वाले 2.03 लाख नए किसान हैं. यहां MSP पर धान खरीद के लिए 2497 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं. किसानों से सामान्य धान 2040 रुपये प्रति क्विंटल तथा ग्रेड-ए धान 2060 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जा रहा है. धान खरीद के लिए बारदाने की व्यवस्था कर ली गई है. किसी भी स्टेट में बारदाने की कोई कमी नहीं है. राज्य में अवैध तरीके से आने वाले धान की आवक रोकने के लिए टीमों का गठन कर दिया गया है. यह टीम लगातार बॉर्डर और आसपास इलाकों में गश्त कर मालवाहकों पर नजर रख रही हैं.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.



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