Paddy Purchase: देश के अलग अलग स्टेट में एमएसपी पर खरीफ की फसल बिक रही है. किसानों मंडियों में अपनी फसलों को लेकर पहुंच रहे हैं. खरीफ की प्रमुख फसल धान को माना जाता है. ऐसे में सरकार का फोकस भी धान पर अधिक होता है. हर स्टेट गवर्नमेंट 72 घंटे में एमएसपी की रकम किसानों के खाते में पहुंचाने का दावा कर रही है. इससे एक कदम आगे बढ़ते हुए हरियाणा गवर्नमेंट ने 48 घंटे में ही किसानों के खाते में धनराशि भेजने का दावा किया है. 


किसानों को हुआ 10 हजार करोड़ रुपये का पेमेंट
हरियाणा गवर्नमेंट का कहना है कि फसल खरीद का भुगतान किसानों के खाते में भेजा जा रहा है. सरकार ने 72 घंटे के भीतर किसानों को एमएसपी पर भुगतान करने का लक्ष्य तय किया था. लेकिन किसानों को जल्दी पेमेंट मिल जाए इसलिए उसे 24 घंटे और घटा दिया गया है. अब 48 घंटे में उनके खाते में पैसा भेजा जा रहा है. किसानों को अभी तक 10 हजार करोड़ रुपये का पेमेंट हो चुका है. कुछ किसानों को अभी तक तकनीकि वजह से पेमेंट नहीं हो सका है. उन किसानों को एसएमएस भेजकर सूचना दे दी जाएगी. जल्द से जल्द इन सभी किसानों को भुगतान करने के निर्देश दिए गए हैं. 


अबतक 52.47 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा 
हरियाणा में अभी तक 52,47,111 मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है. जबकि पिछले साल इसी दौरान 46 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा गया था. यह लगभग 13 प्रतिशत अधिक है. कुरुक्षेत्र, करनाल और कैथल जिले में खरीद अधिक हुई है. प्रदेश में धान की खरीद के लिए 210 मंडी संचालित हैं. सभी जिलों से धान खरीद की रिपोर्ट भी मांगी गई है. 


55 लाख मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य
हरियाणा में 1 अक्टूबर से धान खरीद शुरू कर दी गई है. स्टेट गवर्नमेंट ने धान की बुवाई देखते हुए 55 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा गया है. हालांकि प्रदेश सरकार ने अपफसरों को सापफ निर्देश दिए हैं कि यदि लक्ष्य से अधिक किसान धान लेकर मंडी आते हैं तो उनको वापस न लौटाया जाए.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


यह भी पढ़ें- 


Rabi Crop: उत्तर भारत में बढ़ा रबी फसलों का रकबा, केंद्र सरकार ने जारी किए आंकड़े