G20 शिखर सम्मेलन के विरोध में प्रदर्शन, जल रहा है जर्मनी
वहीं, शुक्रवार तड़के चमकीले रंग के कपड़े पहने कुछ लोगों के समूह सड़कों पर बैठ गए और उस सम्मेलन केंद्र तक पहुंच वाले मार्ग को बाधित करने की कोशिश की जहां शिखर सम्मेलन आयोजित हो रहा है.
कार्यकर्ता एंड्रीयस ब्लेशमिट ने जी-20 सम्मेलन के खिलाफ निकाले गए 'वेलकम टू हेल' मार्च से पहले 'एफे' से कहा, इस समूह की तरफ से नागरिकों के अधिकारों को नियंत्रित किया जा रहा है जो केवल पूंजीवाद का प्रतिनिधित्व करता है.
पुलिस सूत्रों ने कहा कि गुरुवार से शुरू हुए इस विरोध प्रदर्शन को जारी रखने के लिए लोगों के समूह शहर के विभिन्न हिस्सों में पहुंचे. प्रदर्शन आधी रात तक जारी रहा. इस दौरान हैम्बर्ग के अल्टोना जिले में कई कारों को भी जला दिया गया.
हैम्बर्ग पुलिस ने कहा कि एक रेलवे स्टेशन पर पटरियों को नुकसान पहुंचाने वाली चीज का पता लगाया गया है, जिसने कुछ रेल सेवाओं के परिचालन को प्रभावित किया था.
इस प्रदर्शन के दौरान 44 से भी प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया. 'एफे' की रिपोर्ट के अनुसार, इस प्रदर्शन के अलावा कुछ लोगों ने कथित रूप से ट्रेन पटरियों पर तोड़फोड़ और सम्मेलन केंद्र तक पहुंचने वाले मार्ग को बाधित करने की कोशिश की जहां शिखर सम्मेलन आयोजित हो रहा है.
उन्होंने शुक्रवार को कहा, मैं शांतिपूर्ण प्रदर्शनों की हितकर हूं लेकिन हिंसक प्रदर्शनों से लोगों के जीवन को खतरा होता है और ये प्रदर्शनकारियों के खुद के लिए भी खतरनाक होते हैं. इससे पुलिसकर्मी से लेकर सुरक्षाकर्मी और स्थानीय नागरिक सभी की सुरक्षा को खतरा रहता है. इसलिए ये प्रदर्शन स्वीकार्य नहीं है.
जर्मनी की चांसलर और सम्मेलन की मेजबान एंजेला मर्केल ने इस हिंसा की निंदा की.
जर्मन सरकार ने सम्मेलन और अधिकारियों को सुरक्षा प्रदान कराने के लिए 19,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की.
ये प्रदर्शन गुरुवार को 'वेलकम टू हेल' मार्च नाम से शुरू हुए थे, जिसमें हजारों की संख्या में हूड पहने कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया. पुलिस ने वाटर कैनन से इन प्रदर्शनकारियों को रोका.
प्रशासन ने राहगीरों और प्रदर्शन में शामिल नहीं होने वाले लोगों से प्रदर्शन से दूर रहने को कहा है.
एनडीआर टेलीविजन नेटवर्क के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने स्टोर लूट लिए. वीडियो में पुलिस की तरफ से प्रदर्शनकारी युवकों पर बलप्रयोग करते देखा जा सकता है.
जर्मनी के हैम्बर्ग में जी20 शिखर सम्मेलन के विरोध में हुए प्रदर्शनों में घायल पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़कर 197 हो गई है. समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि उन्हें हैम्बर्ग के सेंट पाउली में भी हिंसक झड़पों का सामना करना पड़ा है.