ट्रंप के फैसले का नकारात्मक असर, दूतावास के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल 61 की मौत
आपको बता दें कि ये हिंसा जेरूसलम में अमेरिकी दूतावास के उद्घाटन की वजह से हुई. इस उद्घाटन में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप, उनके दामाद जेरेड कुशनर और अमेरिका के वित्त मंत्री स्टीवन नुचिन के नेतृत्व में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने हिस्सा लिया था.
इस बीच तुर्की और दक्षिण अफ्रीका ने इस घटना की निंदा की और अपने-अपने राजदूतों को इजरायल से वापस बुलाने की घोषणा की है.
बीबीसी के मुताबिक, इजरायली पुलिस और गुस्साए प्रदर्शनकारियों के बीच में हिंसक झड़प हुई. प्रदर्शनकारियों ने नए दूतावास के बाहर फिलीस्तीन के झंडे लहराए. इस दौरान कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया गया.
इजरायली बलों द्वारा मारे गए फिलिस्तीनियों की संख्या बढ़कर 61 हो गई. गाजा-इजरायल बॉर्डर पर सोमवार को हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान इजरायल की तरफ से की गई गोलीबारी में हुई कई घायलों ने दम तोड़ दिया जिसकी वजह से मृतकों की संख्या बढ़ गई. आपको बता दें कि ट्रंप ने इजरायल में अमेरिकी दूतावास को जेरूसलम शिफ्ट करने का फैसला लिया था जिसका बीते सोमवार को उद्घाटन किया गया. इसी दौरान इसके खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शनों ने हिंसात्मक रूप ले लिया.
ये विरोध प्रदर्शन जेरूसलम में अमेरिकी दूतावास के उद्घाटन के खिलाफ हुए थे. इजरायली सुरक्षाबलों ने कहा कि गाजापट्टी सुरक्षा बाड़े से सटे 13 जगहों पर फिलीस्तीन के 40,000 लोगों ने इन 'हिंसक दंगों' में हिस्सा लिया.