डुमरी विधानसभा सीट से जीते तीनों विधायक अबतक अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए.
आप इसे महज संयोग कहें या कुछ और पर जगरनाथ महतो के साथ भी यही हुआ


डुमरी विधानसभा से जगरनाथ महतो ऐसे तीसरे व्यक्ति थे जिन्हें मंत्री का दर्जा मिला.
यहां से जो भी विधायक बना वो कार्यकाल नहीं पूरा कर सका.


डुमरी विधायक लालचंद महतो भी महज 28 महीने ही मंत्रीपद पर रह सके.
झारखंड गठन के पहली सरकार में लालचंद महतो को उर्जा मंत्री बनाया गया


जगरनाथ महतो के बेटे अखिलेश महतो ने उनकी राजनीतिक विरासत संभाल ली.
23 वर्षीय अखिलेश महतो रांची से लॉ की पढ़ाई कर रहे हैं.


सीएम हेमंतसोरेन की सलाह पर जगरनाथ महतो को इलाज के लिए चेन्नई ले जाया गया था.
चेन्नई के बड़े अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था.


नेताओं ने कहा राजनीतिक जगत में उनके असमय चले जाने से बड़ी क्षति हुई.
उनके जाने से जो नुकसान हुआ है उसे भर पाना मुमकिन नहीं है.


टाइगर अमर रहे का नारा आज पूरे एयरपोर्ट पर गूंज रहा था.
इस दौरान हर किसी की आंखे नम थी.


झारखंड सरकार ने छह अप्रैल से दो दिनों के लिए राजकीय शोक की घोषणा की है.
शिक्षामंत्री ने जगरनाथ महतो के निधन पर शोक प्रकट किया.


मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जगरनाथ महतो के पार्थिव शरीर को कंधा दिया.
जगरनाथ महतो के प्रशंंसको को नहीं हो रहा यकीन


जगरनाथ महतो की तबीयत पहली बार सितंबर 2020 में खराब हुई थी.
तब उनको एमजीएम अस्पताल चेन्नई ले जाया गया था.


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