चांद को हमेशा से खूबसूरती के साथ जोड़ा गया है

जो चमक हमें दिखाई देती है वो चांद की नहीं होती है

सूरज की रोशनी चांद पर पड़ती है और ये रिफ्लेक्ट होकर सीधे धरती तक पहुंचती है

लाखों किमी की दूरी के चलते हमें चांद एक चमकते हुए गोले की तरह दिखता है

चांद की खूबसूरती का भी यही राज है

चांद को जितने नजदीक से आप देखेंगे तो बदसूरत दिखने लगेगा

इस पर हजारों की संख्या में बड़े गड्ढे हैं

चांद की सतह पर भी पूरी मिट्टी है

चांद की इस बदसूरती की वजह सैकड़ों साल पहले गिरे उल्कापिंड हैं

कई अलग-अलग आकार के पत्थर गिरने से चांद ऐसे ऊबड़-खाबड़ नजर आता है