बीरबल अकबर के दरबार में उनके वजीर और नवरत्नों में से एक थे

बीरबल का असली नाम महेश दास था

उनका जन्म भट्ट ब्राह्मण परिवार में हुआ था और वह बचपन से ही तीव्र बुद्धि के थे

इनका जन्म 1528 में कल्पी के नजदीक एक गांव में हुआ था

शुरुआत में ये पान का सौदा बेचते थे और उन्हें पनवाड़ी कहा जाता था

उनका सम्राट अकबर के साथ काफी करीबी रिश्ता था

ये अकबर के दरबार में शामिल होने वाले सबसे पहले अधिकारी थे

बीरबल आमतौर पर सांस्कृतिक कहानियों के लिए जाने जाते हैं

साथ ही बीरबल भारत के इतिहास में उनकी चतुराई के लिए जाने जाते थे

संस्कृत में अकबर बीरबल की कहानियां काफी प्रसिद्ध हैं.