इस्लाम धर्म में आब-ए-ज़मज़म का खास महत्व है

आइए जानते है आब-ए-ज़मज़म क्या होता है और ये कहां पर है

आब-ए-ज़मज़म का चश्मा यानी कुआं अल्लाह की कुदरत माना जाता है

इस कुएं के पानी को ही आब-ए-ज़मज़म कहा जाता है

ये काबा से करीब 20 मीटर दूर मक्का में मस्जिद-अल-हरम में मौजूद है

ज़मज़म के कुएं को हजारों साल से ज्यादा का समय बीत चुका है

इसका पानी न कभी सूखता है, न कभी कम और न खराब होता है

हज और उमराह पर जाने वाले लोग लौटते वक्त इसे साथ लेकर आते हैं

इस्लाम में माना जाता है कि आब-ए-ज़मज़म बनने के बाद यहां आबादी बसनी शुरू हुई

अल्लाह का घर खाना काबा दोबारा बनने के बाद इस जगह का महत्व काफी बढ़ गया