बिहार विधानसभा भवन अपना गौरवशाली शताब्दी वर्ष सेलिब्रेट कर रहा है

7 फरवरी 1921 को पहली बार बिहार विधानसभा भवन में बैठक हुई थी

इसे लॉर्ड सत्येंद्र प्रसाद सिन्हा ने गवर्नर के तौर पर संबोधित किया था

ये भवन मार्च 1920 में बनकर तैयार हुआ था

1952 की पहली बिहार विधानसभा में 331 सदस्य बैठे थे

यह भवन इतालवी पुनर्जागरण शैली में बना है

लंबे गोलाकार स्तंभ और अर्द्धवृताकार मेहराब इसकी खूबसूरती हैं

इस परिसर में तीन हॉल और कुल 12 कमरे हैं

इसकी आंतरिक संरचना 60 फीट लंबी और 50 फीट चौड़ी है

ये देश का पहला ऐसा सदन है जहां सबसे पहले भूमि सुधार विधेयक पास हुआ.