समान पारिश्रमिक अधिनियम के अनुसार महिलाओं को समान सैलरी पाने का पूरा अधिकार है

समान पारिश्रमिक अधिनियम के अनुसार महिलाओं को समान सैलरी पाने का पूरा अधिकार है

यौन उत्पीड़न अधिनियम के अनुसार काम पर हुए यौन उत्पीड़न के खिलाफ बेझिझक शिकायत कर सकती हैं

यौन उत्पीड़न का शिकार हुई महिला नाम गुप्त रखते हुए महिला अधिकारी या डीएम से शिकायत दर्ज करा सकती है

पति, रिश्तेदार या लिव इन पार्टनर द्वारा घरेलू हिंसा का शिकार हुई पीड़िता या उसकी महिला रिश्तेदार शिकायत कर सकती है

मातृत्व लाभ अधिनियम के तहत नई मां को 6 महीने तक सेम सैलरी दी जाएगी. इसके बाद महिला वापस काम पर आ सकती हैं

गर्भाधान और प्रसव से पहले लिंग जांच और कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ PCPNDT अधिनियम के तहत आवाज उठाने का अधिकार है

एक रेप पीड़िता को भी न्याय पाने का पूरा अधिकार है. इसके लिए SHO लीगल सर्विस अथॉरिटी से वकील अपॉइंट करने को कहता है

किसी भी आरोपी महिला की चिकित्सकीय जांच महिला की उपस्थिति और महिला द्वारा ही की जा सकती है

किसी भी जुर्म में आरोपी महिला को सूरज डूबने के बाद और सूरज उगने से पहले गिरफ्तार नहीं किया जा सकता

हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम के तहत पुश्तैनी जमीन पर घर की बेटी और बेटे का समान अधिकार होता है

हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम के तहत पुश्तैनी जमीन पर घर की बेटी और बेटे का समान अधिकार होता है