गुरुवार के दिन भगवान विष्णु और बृहस्पति देव की पूजा की जाती है.
गुरु मजबूत हो तो व्यक्ति को जीवन में खूब तरक्की मिलती है.


श्री हरि की कृपा से उनकी भक्तों के संकट दूर होते हैं.
गुरुवार का व्रत रखने के कुछ खास नियम हैं.


गुरुवार के व्रत की शुरुआत पौष माह से करनी चाहिए.
गुरुवार के दिन पुष्य नक्षत्र हो तो इस दिन व्रत शुरू करना शुभ होता है.


भगवान विष्णु को पीला रंग बहुत प्रिय है.
इस दिन पीले रंग के वस्त्र धारण कर विष्णु भगवान की पूजा करें.


अगर आप गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा करते हैं तो,
उस दिन केले का सेवन भूलकर भी न करें.


केले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास माना जाता है.
इसलिए गुरुवार के दिन केले के पेड़ पर जल अर्पित करें.


गुरुवार के दिन गुड़, पीला कपड़ा, चने की दाल और केला गरीबों को दान में दें.
इससे भगवान विष्णु की कृपा दृष्टि बनी रहती है.


अगर आप गुरुवार के दिन भगवान विष्णु का व्रत कर रहे हैं,
तो उस दिन पीला भोजन ही ग्रहण करें.


इस दिन भूलकर भी काली दाल की खिचड़ी और चावल का सेवन न करें.
मान्यता है कि इस दिन चावल खाने से धन हानि होती है.


गुरुवार के दिन नाखून और बाल नहीं काटने चाहिए.
इससे गुरू कमजोर होता है और धन हानि भी होती है.