यह एक प्रकार का साइबर अटैक है जिसमें हैकर्स किसी व्यक्ति या संगठन के कंप्यूटर सिस्टम को लॉक कर देते हैं और उसे अनलॉक करने के लिए फिरौती (रैनसम) की मांग करते हैं.

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यह एक मैलवेयर (खतरनाक सॉफ़्टवेयर) के जरिए कंप्यूटर में घुसता है और सभी फाइलों को एन्क्रिप्ट कर देता है. एन्क्रिप्टेड फाइल्स को बिना डिक्रिप्शन की के एक्सेस नहीं किया जा सकता.

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हैकर्स पीड़ित से फाइल्स को वापस एक्सेस करने के लिए बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरेंसी में बड़ी राशि मांगते हैं, क्योंकि यह अनट्रेसेबल होती है.

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Ransomware फैलाने के लिए अक्सर फिशिंग ईमेल का उपयोग किया जाता है. इनमें फर्जी लिंक या अटैचमेंट होते हैं, जिन्हें खोलते ही मैलवेयर सक्रिय हो जाता है.

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अविश्वसनीय वेबसाइट्स से फ्री सॉफ्टवेयर या फाइल डाउनलोड करने पर भी Ransomware आपके सिस्टम में प्रवेश कर सकता है.

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बड़े संगठनों के सिस्टम्स को हैक कर, हैकर्स पूरे नेटवर्क को लॉक कर सकते हैं और लाखों-करोड़ों की फिरौती मांग सकते हैं.

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कई बार Ransomware अटैक के दौरान हैकर्स न केवल डेटा लॉक करते हैं, बल्कि उसे चुराकर ऑनलाइन लीक करने की धमकी भी देते हैं.

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Ransomware केवल बड़ी कंपनियों को ही नहीं, बल्कि आम लोगों को भी निशाना बनाता है. पर्सनल फोटोज़, डाक्यूमेंट्स या बैंक डिटेल्स लॉक करके पैसे मांगे जाते हैं.

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Ransomware अटैक कई प्रकार के होते हैं. इसमें Crypto Ransomware, Locker Ransomware और Double Extortion शामिल है.

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इस अटैक से आप बच सकते हैं. अनजान ईमेल अटैचमेंट या लिंक न खोलें. नियमित रूप से बैकअप लें. एंटीवायरस और फायरवॉल सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें. सभी सॉफ्टवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम को अपडेट रखें.

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