ओवुलेशन इंडक्शन
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ओवुलेशन इंडक्शन

महिला को हार्मोनल दवाइयाँ दी जाती हैं ताकि वह एक से अधिक अंडाणु (eggs) बना सके.

Published by: एबीपी टेक डेस्क
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Egg Retrieval
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Egg Retrieval

जब अंडाणु पूरी तरह परिपक्व हो जाते हैं, तो उन्हें महिला की अंडाशय से निकाला जाता है.

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स्पर्म संग्रहण
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स्पर्म संग्रहण

पुरुष से स्पर्म का नमूना लिया जाता है या स्पर्म डोनर का इस्तेमाल किया जाता है.

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फर्टिलाइजेशन
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फर्टिलाइजेशन

लैब में अंडाणु और स्पर्म को मिलाया जाता है ताकि निषेचन हो सके, जिससे भ्रूण (embryo) बनता है.

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इंसीमिनेशन

कभी-कभी ICSI (Intracytoplasmic Sperm Injection) तकनीक का इस्तेमाल होता है, जिसमें स्पर्म को सीधे अंडाणु में इंजेक्ट किया जाता है.

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भ्रूण विकास

निषेचित अंडाणु लैब में कुछ दिनों तक रखा जाता है ताकि यह विभाजित होकर भ्रूण का रूप ले सके.

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Embryo Transfer

3-5 दिन बाद भ्रूण को महिला के गर्भाशय में स्थानांतरित किया जाता है.

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प्रेग्नेंसी टेस्ट

भ्रूण स्थानांतरण के 10-15 दिनों बाद रक्त परीक्षण के माध्यम से गर्भावस्था की पुष्टि की जाती है.

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अतिरिक्त भ्रूण संरक्षण

शेष भ्रूणों को भविष्य में उपयोग के लिए फ्रीज कर दिया जाता है.

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सफलता दर

IVF की सफलता दर कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे महिला की आयु, स्वास्थ्य, और तकनीकी विशेषज्ञता.

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