आज 6 अक्टूबर 1661 को सिक्खों के 7वें गुरू हरराय का निधन हुआ था.



गुरू हर राय सिख धर्म के दस गुरूओं में से एक थे.



गुरू हर राय सिखों के छठें गुरू हरगोबिंद सिंह जी के पोते थे.



इनका जन्म पंजाब में हुआ था.



गुरू हरगोबिंद के निधन के बाद, 3 मार्च, 1644 को गुरू हरराय ने सिख धर्म की कमान संभाली.



महज 14 साल की उम्र में वह सिख गुरू बन गए.



17 सालों तक गुरू हरराय ने सिख धर्म का मार्ग दर्शन किया.



गुरू हर राय जी के दो पुत्र थे. राम राय और हरकिशन सिंह जी.



हरकिशन सिंह जी भी सिखों के गुरू बने.



गुरू हरराय राष्ट्रवागी महापुरुष होने के साथ-साथ एक वीर योद्धा भी थें.