ढाई साल बाद शनि राशि बदलने जा रहे हैं. शनि देव अब मकर से कुंभ राशि में आ रहे हैं.
29 अप्रैल को शनि कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे. शनि का राशि परिवर्तन सभी राशियों पर असर डालेगा.
ज्योतिष शास्त्र में शनि को कर्मफलदाता और दंडाधिकारी कहा गया है. कलियुग में ये न्याय के देवता है.
वर्तमान समय में मिथुन, तुला पर शनि की ढैय्या और धनु, मकर और कुंभ पर साढ़ेसाती चल रही है.
शनि के राशि बदलते ही मिथुन और तुला से शनि की ढैय्या समाप्त हो जाएगी. इनके अच्छे दिन शुरू होंगे.
धनु राशि वालों को 2023 तक पूरी तरह से शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाएगी.
मकर राशि वालों को सावधान रहने की जरूरत है. साढ़ेसाती का आखिरी चरण आरंभ हो रहा है.
कुंभ राशि पर साढ़े साती का दूसरा चरण शुरू होगा इस चरण को सबसे खतरनाक माना गया है.
मीन राशि पर 29 अप्रैल से शनि की साढ़ेसाती का प्रथम चरण प्रारंभ होगा, धन, सेहत और दांपत्य जीवन पर ध्यान दें.
शनिवार के दिन शनि देव की पूजा, दान शनि चालीसा का नित्य जाप करने से शनि शांत होते हैं.