माघ कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को सकट चौथ के नाम से जाना जाता है.

इसे संकष्टी चतुर्थी, तिलकुट, माघ चतुर्थी के नामों से भी जाना जाता है.

इस दिन गणेश जी की पूजा-व्रत आदि किया जाता है. रात को चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत पारण करते हैं.

सकट चौथ का व्रत संतान की लंबी आयु और उन्नति के लिए रखा जाता है.

इस दिन पूजा के समय महिलाओं को कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए.

इस दिन भूलकर भी काले कपड़े न पहनें. इस दिन पीले रंग के वस्त्र पहनना उत्तम होता है.

चंद्रमा को अर्घ्य देते समय ध्यान रखें कि जल की छींटे उनके शरीर या पैरों पर न पड़ें.

गणेश जी के व्रत में चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत पूरा होता है. बिना चंद्रमा को अर्घ्य दिए व्रत पारण न करें.

सकट चौथ के व्रत के दिन भूलकर भी भगवान शिव की तरह गणेश जी को भी तुलसी नहीं चढ़ाएं.

भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए दूर्वा अर्पित करें. इस दिन तिल के खाद्य पदार्थों का भोग लगाएं.