इस महीने में रोजा रखना हर मुसलमान पर फर्ज है.
वहीं इसका आखिरी दिन 19 मार्च को गुरुवार के दिन होगा.
और रहमतों वाला महीना माना गया है.
और अल्लाह की इबादत में करते हैं.
और फिर रमजान के आखिरी चांद यानि शव्वाल का चांद देखने के बाद ईद मनाते हैं.
ईद-उल-फितर की यह तारीख चांद के नजर आने के बाद तय की जाती है.
बल्कि आपसी भाईचारे का तत्योहार है.
ये त्योहार प्यार, हमदर्दी और भाईचारे का पैगाम देता है.
इस खुशी में शामिल हो सके.