राम रक्षा स्त्रोत की रचना बुध कौशिक ऋषि द्वारा की गई.



माना जाता है कि स्वयं भगवान शिव कौशिक



ऋषि के स्वप्न में आकर उन्हें राम रक्षा स्त्रोत सुनाया था.



भगवान राम का आशीर्वाद और शुभ फलों की प्राप्ति



के लिए राम रक्षा स्त्रोत का पाठ कर सकते हैं.



माना जाता है कि राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करने से



आपके शत्रु पराजित होते हैं, वे आपका अहित नहीं कर पाते हैं.



राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करने से श्री राम की



कृपा से शारीरिक और मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है.