शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित है, शनिवार के दिन पूजा करने से शनि देव शांत होते हैं

27 नवंबर को काल भैरव जयंती है काल भरैव शिव का रौद्र अवतार हैं

काल भैरव की पूजा करने से मृत्य का भय भी चला जाता है, बड़े से बड़ा संकट टाल जाता है

मार्गशीर्ष मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी की तिथि को काल भैरव जयंती मनाई जाती है

मिथुन और तुला राशि पर शनि की ढैया और धनु, मकर और कुंभ राशि पर साढ़ेसाती चल रही है.

शनि देव की की पूजा करने से धन आदि से जुड़ी परेशानी और बाधाएं दूर होती हैं

शनि देव जब नाराज होते हैं, धन की कमी और

जमा पूंजी नष्ट हो जाती है, आर्थिक दिक्कतें आती हैं

शनि देव भगवान शिव के भक्त हैं, काल भैरव शिव का अतवार होने के कारण, पूजा करने से शनि प्रसन्न होते हैं