12वीं और 13वीं शताब्दी के दौरान जापानी समाज में केवल पुरुषों के लिए ही तलाक की व्यवस्था थी.



तलाक मंदिर घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं का घर माना जाता है.



महिलाएं अपने अत्याचारी पतियों से छुटकारा पाने के लिए इस मंदिर में शरण लेती थीं.



इस मंदिर में महिलाएं करीब तीन साल तक रहकर अपने पति को तलाक दे सकती थीं



इस मंदिर का नाम मात्सुगाओका टोकेई-जी है



यह मंदिर जापान के कामाकुरा शहर में स्थित है.



इस मंदिर का निर्माण काकुसन नाम की नन ने अपने पति होजो टोकिमुन के साथ मिलकर करवाया था.



इस मंदिर का इतिहास करीब 700 साल पुराना है.



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