शकुनी, गांधारी के भाई थे

धृतराष्ट्र उसके जीजा थे

शकुनी गांधार नरेश सुबलराज के बेटे थे

वह शुरू से ही चालाक थे

जब गांधारी की शादी धृतराष्ट्र से हुई तो शकुनी भी साथ आ गए

उन्होंने भांजे दुर्योधन को अपने जाल में पूरी तरह फांस रखा था

दुर्योधन भी अपनी मामा की कपटी बातों में आ गया

इसके बाद दुर्योधन ने अपने मामा को मंत्री बना दिया

शकुनी ने पांडवों को तबाह करने के लिए कई चालें चलीं

द्रौपदी का चीरहरण भी शकुनी के उकसावे में ही हुआ