एमपी के सागर में जैसीनगर विकासखंड में एक ऐसा गांव है, जहां हनुमान जी के मंदिर पर विवादों का हल किया जाता है



महुआ खेड़ा गांव में कोई भी विवाद होने पर लोग हनुमान मंदिर को न्यायालय मानकर पंचायत बैठाते हैं



यह परंपरा गांव के बुजुर्गों द्वारा शुरू की गई थी ताकि कोर्ट और कचहरी के चक्कर में रिश्ते खराब न हों



महुआ खेड़ा में आज तक कोई विवाद थाने तक नहीं पहुंचा है और सभी विवादों का निपटारा पंचायत द्वारा किया जाता है



इस परंपरा के अनुसार, पंचायत में फैसला लेने के बाद आमतौर पर सजा के रूप में मंदिर में दान करने की परंपरा है



गांव के लोग मानते हैं कि इस परंपरा से आपसी रिश्ते मजबूत होते हैं और कोई बड़ी लड़ाई नहीं होती



हनुमान जी के मंदिर में लोग मिलकर बैठते हैं और सत्य बोलकर अपने विवाद सुलझाते हैं



गांव के युवा भी इस परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं और इसे निभाते आ रहे हैं



हालांकि, इस समरस गांव को अब भी विकास की कमी महसूस होती है



महुआ खेड़ा को हाल ही में विवाद विहीन योजना के तहत पुरस्कार मिला है लेकिन यहां के विकास कार्य अभी तक अधूरे हैं.