ग्वालियर शहर के उत्तरी दिशा में एक छोटी पहाड़ी पर एक इमारत स्थित है



यह इमारत वर्तमान में H के नाम से मशहूर है



यह इमारत 14वीं और 15वीं शताब्दी के मध्य राजा कल्याण मल ने 500 साल पहले बनवायी थी



यह इमारत जौनपुर के शासक आजम लाद खान के स्वागत के लिए बनवायी गई थी



शुरुआत में इस स्थान का नाम यमनपुर रखा गया था



बाद में इसे वॉचटावर के रूप में इस्तेमाल किया जाने लगा



कहा जाता है कि यह स्थान अपराधियों को फांसी देने के लिए इस्तेमाल किया जाता था



कुछ अफवाहें हैं कि यहां भारी खजाना भी छिपाया गया था



कई लोग इस खजाने को ढूंढने के लिए यहां खुदाई कर चुके हैं



हालांकि, इतिहास में इस स्थान से जुड़े कुछ साक्ष्य नहीं मिले हैं.