कल्पना चावला भारत में जन्मी पहली महिला अंतरिक्ष यात्री है

1995 में कल्पना नासा में अंतरिक्ष यात्री के तौर पर शामिल हुईं

1997 में पहली बार वो अंतरिक्ष गईं थी

इस दौरान उन्होंने अंतरिक्ष में 372 घंटे बिताए

2003 में उन्होंने दूसरी बार अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी

मिशन पूरा करके जब वो वापस लौट रही थी तब एक दुर्घटना हो गई

धरती के वातावरण में वापस लौटते समय उनके यान में विस्फोट हो गया

विस्फोट इतना भयानक था कि उनके यान के कई सारे टुकड़े हो गए थे

इस हादसे में यान में सवार सभी सात अंतरिक्ष यात्रियों की मौत हो गई थी

चावला के नश्वर अवशेषों का अंतिम संस्कार अमेरिका के उटाह के सियोन नेशनल पार्क में किया गया था