आज जावेद अख्तर अपना 78वां जन्मदिन मना रहे हैं
वह एक जाने माने कवि, गीतकार और राइटर हैं
संघर्ष के कड़े दौर से गुजर कर जावेद अख्तर ने अपना नाम बनाया है
जावेद अख्तर को इंडस्ट्री में पैर जमाने के लिए खूब संघर्ष करना पड़ा
कई बार उन्हें पेड़ के नीचे सोकर अपनी रातें गुजारनी पड़ीं
तमाम संघर्ष से गुजरने के बाद वह एक सफल गीतकार और पटकथा लेखक बने
मुंबई आने के बाद दो साल तक उन्हें किसी ठिकाने के लिए परेशान होना पड़ा
उन्होंने सौ रुपए महीने पर डायलॉग लिखे और कुछ अन्य छोटे-मोटे काम किए
सफलता पाने के लिए उन्होंने चने खाकर पेट भरा और पैदल सफर किया
आज की तारीख में जावेद अख्तर की खुद की शख्सियत काफी बड़ी है