भारतीय सेना सीमा पर निगरानी के लिए नई तकनीक का सहारा ले रही है.

लेकिन अब इसके साथ-साथ कुछ और तरीके भी अपनाए जाएंगे.

खबर है कि सेना लद्दाख में एलएसी की निगरानी के लिए दो कूबड़े वाले ऊंटों का सहारा लेगी.

ये ऊंट पेट्रोलिंग के साथ-साथ सामान पहुंचाने का काम भी करेंगे.

सेना रिमाउंट वेटरनरी कॉर्प्स में अधिक संख्या में बैक्ट्रियन ऊंटों की भर्ती करने वाली है.

बैक्ट्रियन ऊंट 200 किलोग्राम की क्षमता का बोझ उठाने में सक्षम हैं,

ये 14 हजार फीट ऊंचे इलाकों में गश्त करना आसान करेंगे.

अहम बात यह भी है कि दो कूबड़ वाले ऊंट बर्फीले इलाके में भी चल सकते हैं.

लिहाजा सेना का काम आसान हो जाएगा.

हालांकि लद्दाख में ऐसे ऊंटों की संख्या काफी कम है.