हमारी जीभ मुख्य रूप से चार तरह के स्वाद की पहचान करती है

जिसमें मीठा, कड़वा, खट्टा और नमकीन है

हमारी जीभ मांसपेशियों के ऊतकों से बनी होती है

इसकी ऊपरी सतह पर कुछ छोटे उभार होते हैं जिन्हें स्वाद कलिकाएं कहा जाता है

जब हम किसी वस्तु को अपने दांतों से चबाते हैं तो स्वाद को पहचानते हैं

स्वाद कलिकाएं आमतौर पर मानव जीभ के मध्य भाग में मौजूद नहीं होती हैं

हम इस क्षेत्र के माध्यम से किसी भी स्वाद का अनुभव नहीं करते हैं

वहीं, कड़वे स्वाद की पहचान करने वाला हिस्सा जीभ के सबसे अंत में होता है

यानी मुंह के काफी भीतर होता है

इसलिए इस स्वाद का पता थोड़ी देर से चलता है