कीड़ा जड़ी दुनिया की सबसे महंगी और अनोखी बूटी है

इसकी खास मांग होने के चलते इसकी कीमत लाखों में रहती है

इसे स्थानीय भाषा में कीड़ा जड़ी, यारसागंबू या हिमालयन वियाग्रा भी कहा जाता है

ये जड़ी सीमांत जिले पिथौरागढ़ के उच्च हिमालय में बर्फ पिघलने के समय पाई जाती है

इसे शक्तिवर्धक और कैंसर की दवाओं को बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है

इसकी डिमांड भारत, चीन, सिंगापुर और हांगकांग में खुब है

वहां के व्यापारी इसे खरीदने काठमांडू और धारचूला तक आते हैं

हालांकि इसकी कीमत विदेशी व्यापारियों के लिए लगभग 20 लाख रुपये प्रति किलो है

कीड़ा जड़ी का हर साल लगभग 150 करोड़ रुपये का कारोबार होता है

ये मुनस्यारी और धारचूला के लगभग 80,000 लोगों की आजीविका का साधन है.