चीन ने तिब्बत को साल 1951 में अपने नियंत्रण में ले लिया था

पहले साल 1938 में खींची गई मैकमोहन रेखा के अनुसार तिब्बत भारत का हिस्सा था

तिब्बत को दुनिया की छत कहा जाता है

तिब्बत एक स्वतंत्र देश था

हालांकि चीन ने तिब्बत को अपने नियंत्रण में लिया

तिब्बत के धर्मगुरु दलाई लामा ने इस घटना के बाद समझौता किया था

दलाई लामा ने 17 बिंदुओं वाले समझौते पर हस्ताक्षर किए थे

यह घटना तिब्बत के इतिहास में महत्वपूर्ण है

इसे “काला दिन” के रूप में जाना जाता है

इसके माध्यम से चीन ने तिब्बत पर कब्जा किया था