नीट और यूजीसी नेट के पेपर लीक से देशभर में आक्रोश फैला हुआ है

क्या है ये डार्क नेट जिसके जरिए पेपर लीक होते हैं

डार्क इंटरनेट पर नेट के जरिए कोई भी काम को किया जा सकता है

इंटरनेट का 96 %हिस्सा डीप वेब और डार्क वेब के अंदर ही आता है

सरफेस वेब का इंटरनेट पर सिर्फ 4% हिस्सा ही शामिल है

डार्क नेट के कंटेंट को एक्सेस करने के लिए पासवर्ड डालना पड़ता है

डार्क वेब पर ड्रग्स, हथियार, पासवर्ड, चाईल्ड पॉर्न जैसी बैन चीजें भी मिलती हैं

डार्क वेब पर डीलिंग का काम वर्चुअल यानी बिटकॉइन के जरिए होता है

डार्क नेट पर पेपर आसानी से और सस्ते में पेपर लीक हो जाता है

डार्क नेट पर हथियार, तस्करी, सुपारी देना जैसे काम भी अवैध तरीकों से किया जाता है