चरस या गांजे को क्यों कहा जाता है माल?

Published by: एबीपी लाइव
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चरस और गांजा दोनों ही लेना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है

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चरस भांग के पौधे के राल से बनती है तो वहीं गांजा भांग के ही फूलों से बनाया जाता है

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यह दोनों एक तरह के नार्कोटिक सबस्टैंस हैं, इसलिए इन्हें कुछ लोग माल भी कहते हैं

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इसके नशे की वजह से ही इसे कुछ लोग माल कहकर बुलाते हैं

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इनका ज्यादा सेवन करने से इनसोम्निया, वीकनेस, सेक्सुअल डिप्रेशन जैसी बीमारियां होने की संभावनाएं होती हैं

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हालांकि चरस और गांजे का इस्तेमाल कुछ दवाईयों को बनाने में भी किया जाता है

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चरस और गांजा डायजेस्टिव, स्टिमुलेंट, हिप्नोटिक, एप्हरोडिसिऐक, एनाल्जेसिक,और एंटीस्पास्मोडिक होते हैं

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इन दोनों पदार्थों को लेने से सबसे ज्यादा असर हमारे दिमाग पर पड़ता है

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NDPS एक्ट के तहत चरस और गांजा ज्यादा मात्रा में रखने पर धारा 20 लगती है

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