नॉर्थ कोरिया ने कैसे की थी पाकिस्तान की मदद?

Published by: एबीपी लाइव
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नॉर्थ कोरिया और पाकिस्तान दो अलग-अलग सामाजिक-सांस्कृतिक और राजनीतिक संरचना वाले देश हैं

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इसी बीच इतिहास में पाकिस्तान और नॉर्थ कोरिया के बीच परमाणु और मिसाइल सहयोग रहा है

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चलिए आज हम आपको बताते हैं कि नॉर्थ कोरिया ने कैसे पाकिस्तान की मदद की थी

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1990 के दशक तक पाकिस्तान ने परमाणु बम बनाने की क्षमता हासिल कर ली थी, लेकिन पाकिस्तान को फायर करने के लिए मिसाइलें चाहिए थीं

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पाकिस्तान के पास F-16 विमान थे, लेकिन पाकिस्तान को बैलिस्टिक मिसाइलों की जरूरत थी

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अमेरिका के दबाव के कारण पाकिस्तान को मिसाइलें सीधे खरीदना मुश्किल हो रहा था, इसलिए पाकिस्तान ने चीन और नॉर्थ कोरिया की मदद ली

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पाकिस्तान ने चीन से M-11 मिसाइलें खरीदी, लेकिन लंबी दूरी की मिसाइलों के लिए उसे नॉर्थ कोरिया की जरूरत पड़ी

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1992 में पाकिस्तानी अधिकारी नॉर्थ कोरिया में नो-डोंग मिसाइल के प्रोटोटाइप को देखने गए और 1995 में सौदा पक्का हुआ

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यह मिसाइल 1000-1300 किमी दूर तक हमला कर सकती थी और पाकिस्तान ने इस मिसाइल का नाम गौरी रखा

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