ना हिंदू ना इस्लाम, अकबर ने शुरू किया था ये नया धर्म

Published by: एबीपी लाइव
Image Source: abp live ai

अकबर तैमूर वंश के मुगल वंश का तीसरा शासक था

Image Source: abp live ai

मुगल सम्राट अकबर को मुगल वंश के सबसे शक्तिशाली बादशाहो में से एक माना जाता है

Image Source: abp live ai

अकबर अपने पिता हुमायूं की मृत्यु के बाद 1556 ई. में सत्ता पर बैठा था

Image Source: abp live ai

जिसके बाद अकबर ने 1556 से 1605 तक शासन किया था

Image Source: abp live ai

इसके अलावा मुगल बादशाह अकबर ने अपना धर्म बदलकर एक नया धर्म शुरू किया था, जो कि ना हिंदू ना इस्लाम था

Image Source: abp live ai

ऐसे में आइए जानत हैं कि अकबर ने शुरू किया नया धर्म क्या था

Image Source: abp live ai

अकबर ने 1582 में दीन-ए-इलाही नाम के एक नए धर्म की स्थापना की थी

Image Source: abp live ai

दीन-ए-इलाही में हिंदू धर्म, इस्लाम, जैन धर्म, बौद्ध धर्म, और ईसाई धर्म शामिल थे

Image Source: abp live ai

इसका उद्देश्य धार्मिक और सांस्कृतिक भेदभाव को खत्म करना और सभी धर्मों के बीच एकता को बढ़ावा देना था

Image Source: abp live ai

यह धर्म एक समरूप धर्म था,जिसमें सभी धर्मों को मूल रूप से शामिल किया गया था और अहिंसा, त्याग, समानता और संयम इस धर्म के मुख्य सिद्धांत थे

Image Source: abp live ai