सिख धर्म को क्यों अपनाना चाहते थे अंबेडकर?

Published by: एबीपी लाइव
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हम सभी ये तो जानते हैं कि बाबा साहेब ने हिंदू धर्म को त्याग कर बौद्ध धर्म अपना लिया था

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लेकिन बौद्ध धर्म को अपनाने से पहले बाबा साहेब सिख धर्म को अपनाना चाहते थे

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13 अप्रैल, 1936 को सिख प्रचार सम्मेलन में बाबा साहेब ने सिख धर्म के प्रति अपनी रुचि दिखाई

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सिख धर्म का उपदेश है कि विभिन्न नस्ल, धर्म या लिंग के लोग ईश्वर की दृष्टि में एक समान है

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यह पुरुषों और महिलाओं में समानता की शिक्षा देता है

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डॉ. भीमराव अंबेडकर सिख धर्म को अपनाने के प्रति आकर्षित थे

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क्योंकि सिख धर्म में समानता, न्याय और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों को महत्व दिया जाता है

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उन्हें लगता था कि सिख धर्म में जाति व्यवस्था का विरोध किया जाता है

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इन सभी कारणों से बाबा साहेब सिख धर्म को अपनाना चाहते थे

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