इस वजह से नास्तिक बन गए थे भगत सिंह

भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 को हुआ था

वे एक महान स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारी थे

भगत सिंह ने अपने लेख मैं नास्तिक क्यों हूँ में बताया कि वे नास्तिक क्यों बने

भगत सिंह ने धार्मिक अंधविश्वासों को समाज के विकास में बाधा माना

उन्होंने तर्क और विज्ञान को महत्व दिया और ईश्वर की उपस्थिति पर सवाल उठाए

जेल में रहते हुए वे सोवियत विचारधारा से प्रभावित हुए, जो धर्म को समाज के लिए हानिकारक मानती थी

उन्होंने धार्मिक कट्टरता और उसके परिणामस्वरूप होने वाले विभाजन को नकारा

उनके व्यक्तिगत अनुभवों ने भी उनके नास्तिक बनने में योगदान दिया

वे मानते थे कि समाज सुधार के लिए धर्म का त्याग करना जरूरी  है.