किसी भी व्यक्ति के लिवर में फैट की मात्रा बिल्कुल कम या फिर न के बराबर ही होती है

लेकिन जब लिवर की कोशिकाओं में फैट जमने लगता है, तो धीरे-धीरे लिवर में सूजन सी आ जाती है

इससे फैटी लिवर की समस्या पैदा हो जाती है

फैटी लिवर की समस्या ज्यादा गंभीर होने पर लिवर डैमेज भी होने का खतरा रहता है

आइये जानते हैं कि फैटी लिवर कितने तरह के होते है इसके लक्षण , बचाव किस तरह से किया जा सकता है

एलकोहॉलिक फैटी लिवर ज्यादा मात्रा में शराब पीने की वजह से होता है

जो इस समस्या से जूझ रहा है उसे 6 सप्ताह तक शराब नहीं पीनी चाहिए

नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर ज्यादातर खान-पान की वजह से होता है

इस समस्या से बचने के लिए ज्यादा तला भुना न खाएं और व्यायाम करते रहे ताकि आप फिट रहे

अक्सर उलटी जैसे महसूस होना, भूख बिल्कुल न लगना, खाना अच्छी तरह से नहीं पचना, अक्सर थकान महसूस होना इसके कुछ लक्षण है