दिवाली पर मां लक्ष्मी के स्वागत के लिए घर के अंदर और बाहर सजावट की जाती है.

घर के मुख्य द्वार को रंगोली, दीपक और तोरण से सजाया जाता है.

तोरण लगाते समय अगर वास्तु नियमों को ध्यान रखा जाए, तो शुभ परिणाम मिलते हैं.

दिशाओं और रंगों को ध्यान में रखकर तोरण लगाएंगे तो सुख-समृद्धि और सफलता दस्तक देती है.

मुख्य द्वार पर फूल-पत्ती, प्लास्टिक के फूल और धातु की तोरण लगाने से सकारात्मक ऊर्जा आती है.

मुख्य द्वारा पूर्व दिशा की ओर है तो हरे रंग के फूल पत्तियों की तोरण लगाने से सुख-समृद्धि आती है.

धन की दिशा उत्तर के मुख्य द्वार के लिए नीले और आसमानी रंग के फूलों की तोरण उत्तम है.

घर का मेन गेट दक्षिण दिशा की ओर है तो लाल-नारंगी या इससे मिलते-जुलते रंग की तोरण लगाएं.

पश्चिम के मुख्य द्वार के लिए पीले, सुनहरी या हल्के नीले रंग के फूलों के तोरण उन्नति में सहायक होते हैं.

पूर्व, दक्षिण के द्वार पर धातु से बने तोरण नहीं लगाएं. पश्चिम दिशा में लकड़ी के तोरण लगाने से बचें.