लक्षद्वीप में केवल एक ही लोकसभा सीट है

पिछले 70 सालों में यहां कई बार चुनाव हुए हैं

यहां पिछले 10 साल से केवल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ही संसद में है

साल 1957 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने यहां दो कार्यकाल तक सेवा की थी

उसके बाद भी यहा 1967 से 2004 तक लगातार कांग्रेस ही संसद में सदस्य है

बीजेपी को इतने सालों में एक भी बार संसद में आने का मौका नहीं मिला

बीजेपी को साल 2009 और 2014 में केवल 0.62 फीसदी 0.43 फीसदी वोट मिले थे

साल 2019 में ये आंकड़ा घटकर 0.27 फीसदी हो गया था

इस चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार अब्दुल खादर हाजी खड़े हुए थे

लक्षद्वीप में पिछले कई सालों से कांग्रेस का ही संसद पर कब्जा है.