हीरे का शौक लगभग हर व्यक्ति को होता है

लेकिन वह इतने अधिक महंगे होते हैं कि आम आदमी नहीं खरीद पाता

भारत में सबसे पहले हीरे चौथी शताब्दी ईसा पूर्व में पाएं गए थे

18वीं सदी तक भारत को हीरों का एकमात्र स्रोत माना जाता था

हालांकि इनमें से सबसे पहला हीरा 900 मिलियन वर्ष पहले बना था

जब भारतीय हीरे की खदानें खत्म हो गईं

तो वैकल्पिक स्रोतों की तलाश शुरू हुई

हालांकि, 1725 में ब्राजील में एक छोटा भंडार पाया गया था

लेकिन इसकी आपूर्ति विश्व की मांगो को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं थी

आज के समय में हीरे लैब में भी तैयार किए जाते हैं