दिल्ली में कई ऐतिहासिक इमारतें हैं, जिनमें बहुत सी दिलचस्प कहानियां छुपी हुई हैं



इनमें से एक है तुगलकाबाद किला, जिसे गयासुद्दीन तुगलक ने बनवाया था



तुगलकाबाद किले का निर्माण 1321 में शुरू हुआ था



हालांकि, किला सिर्फ 6 साल ही चला और 1327 में तुगलक राजवंश ने इसे छोड़ दिया



किले के निर्माण के दौरान सभी मजदूरों को काम पर लगा दिया गया था



इसी समय सूफी संत निजामुद्दीन औलिया अपनी बावड़ी बना रहे थे



किले के निर्माण के कारण उन्हें मजदूर नहीं मिल पा रहे थे



कुछ मजदूर रात को किले का काम खत्म करने के बाद संत की बावड़ी का काम करते थे



सुल्तान ने यह जानकर तेल की आपूर्ति बंद करवा दी ताकि मजदूर रात में काम न कर सकें



संत निजामुद्दीन औलिया ने किले को श्राप दिया या रहे उजाड़ या बसे गुर्जर और किला छह साल में वीरान हो गया.