दिल्ली में चोर मीनार एक ऐतिहासिक धरोहर है



इस मीनार में 225 छेद हैं जिनसे चोरों के सिर लटकाए जाते थे



माना जाता है कि यह मीनार 14वीं सदी में बनी थी



अलाउद्दीन खिलजी के समय में चोरों के सिर काटकर यहां लटकाए जाते थे



कहा जाता है कि मंगोलों के सिर भी इस मीनार में लटकाए गए थे



यह मीनार कभी कैदियों की चीखों से गूंजती थी



चोर मीनार का इतिहास 700 साल पुराना माना जाता है



यह मीनार दक्षिण दिल्ली के हौजखास में स्थित है



ये भी कहा जाता है कि एक समय था जब लोग इस मीनार में जाने से डरते थे



बता दें, आज के समय में आप इस मीनार को सुबह 10 से शाम 5 बजे तक देख सकते हैं.