25 दिसंबर 2023 को क्रिसमस है. हर साल बच्चों को इस दिन केक और सेंटा क्लॉज का बेसब्री से इंतजार रहता है.

क्रिसमस पर गिफ्ट देने की परंपरा संत निकोलस ने शुरू की थी. ये जीसस क्राइस्ट के परम भक्त थे.

संत निकोलस के बचपन में ही उनके माता-पिता का देहांत हो गया था, ऐसे में उनका बचपन मुफलिसी में गुजरा

वह बच्चों से बहुत प्यार करते थे. बच्चों की खुशी में ही वह अपनी खुशी ढू़ढते थे. इसी कारण हर समय बच्चों की मदद करते

बड़े होकर वह पादरी बन गए, फिर बिशप. इसके बाद उन्हें संत की उपाधि मिल गई.

कहते हैं संत निकोलस क्रिसमस रात के अंधेरे में अपनी खास पोशाक पहनकर बच्चों को तोहफे देने जाते थे.

ताकि कोई उन्हें पहचान न सके और इस खास त्योहार पर वह बच्चों को तमाम खुशियां दे सकें.

सरप्राइज तोहफा देखकर बच्चे बेहद खुश होते थे और उनका यही आनंद इस त्योहार को खास बनाता है.